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दिसंबर 15, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

एचडीएफसी स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करे।

एचडीएफसी स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें: चरण 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं एचडीएफसी स्कॉलरशिप की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: (link unavailable) चरण 2: पात्रता मानदंड देखें स्कॉलरशिप के लिए पात्रता मानदंड देखें और जांचें कि आप पात्र हैं या नहीं। चरण 3: ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें यदि आप पात्र हैं, तो ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें। चरण 4: आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें, जैसे कि: - मार्कशीट - आय प्रमाण पत्र - जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) - विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) चरण 5: आवेदन जमा करें आवेदन पत्र जमा करें। चरण 6: आवेदन संख्या प्राप्त करें आवेदन संख्या प्राप्त करें, जो आपके आवेदन की ट्रैकिंग के लिए उपयोग की जाएगी। एचडीएफसी स्कॉलरशिप के लिए पात्रता मानदंड: - शैक्षिक योग्यता: 10वीं, 12वीं, स्नातक, स्नातकोत्तर या पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं। - पारिवारिक आय: पारिवारिक आय 2.5 लाख से कम होनी चाहिए। - जाति: अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग या अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित ...

ललित कला महोत्सव गोरखपुर।

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ललित कला महोत्सव गोरखपुर महात्मा गांधी इंटर कॉलेज  2024 :- ●  इस महोत्सव में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के सभी छात्र तथा अन्य विद्यालय के भी छात्र भाग लेते हैं यहां पर प्रतियोगिता होती है बहुत सी जिसमें बहुत सारे विद्यार्थी प्रतिभागी बनते हैं। ● इस महोत्सव करने वाले संस्था का नाम है नेशनल एजुकेशन सोसाइटी महोत्सव का आयोजन पिछले 51 वर्षों से हो रहा है जो कि इसका आज 51 वर्ष 2024 था।  इस मौसम में बहुत से विद्यार्थी भाग लेते हैं और प्राइज जीते हैं । यह ललित कला महोत्सव नेशनल एजुकेशन सोसाइटी द्वारा हर साल महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में होता है आयोजित होता है।

मंदिर और मस्जिद के शोर में सच कहीं खो गया है।

 मंदिर और मस्जिद के शोर में सच कहीं खो गया है। दोनों तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं दोनों तरफ से राजनीति हो रही है।  लेकिन सच्चाई की बात कोई नहीं कर रहा सच्चाई कैसे पता चलेगी । जब कोई इतिहास की बात ही नहीं करेगा आज संबल के शाही जामा मस्जिद के पास एक कुएं में खुदाई की गई और उसमें तीन हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां निकली है । इसका क्या मतलब है इस सारे मुद्दे का जवाब हमारे इतिहास में छुपा हुआ है और इतिहास कहां है इतिहास यहां है। आज मैं पहली बार आपको इतिहास के वो पन्ने दिखाऊंगा जिससे आपको सच्चाई पता चलेगी वर्ष 1528 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद का निर्माण हुआ था जो कि बाबर ने बनवाई थी, और उससे अगले ही साल, 1529 में, संबल में शाही जामा मस्जिद का निर्माण हुआ था। एक मंदिर को तोड़कर उसे भी बाबर ने ही बनवाया था।  बाबर की पूरी कहानी बाबर नामा में है, और बाबर नामा के यह दो संस्करण हैं जो आज मैं आपके लिए लेकर आया हूं। देखिए, यह बाबर नामा है: एक और दो। बाबर नामा 1531 में लिखा गया था, यानी जब संबल में शाही जामा मस्जिद बनी, उसके लगभग दो साल के बाद यह बाबर नामा लिखा गया था। यह बाबर की कहानी...